Web Designing क्या है और कैसे सीखें?

अभी के आधुनिक युग में यदि आपको एक सफल व्यापार करना है तो, आपकी एक ऑनलाइन पहचान नहीं है तब आपको और आपके Business को शायद कोई भी न जानें. ऐसे में आपकी एक Website के होने से यह आपके लिए एक ऑनलाइन पहचान का काम करता है.

एक हिसाब से आप अपनी ही एक Brand बना सकते हैं और उसे एक Website या Blog के माध्यम से Promote कर सकते हैं.

एक Business Owner होने के नाते, आपके पास एक Modern Website होना सच में बहुत ही मुश्किल हो जाता है अगर आप अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे रहना चाहते हैं तब. या भीड़ से अलग रहना चाहें तब आपको एक ऑनलाइन पहचान बनाने के लिए आगे आना पड़ता है। 

ये तो सच है की Market में बहुत से Professional Web Designers उपलब्ध है जिन्हें आप अपने काम के लिए रख सकते हैं अपनी वेबसाइट बनाने की  जरूरतों को पूर्ण करने के लिए.

लेकिन ऐसा करने के लिए आपको पैसों का भुक्तान करना पड़ सकता है. वहीँ अगर में कहूँ किसी को काम पर रखने  के बजाय आप भी Web Design सीख सकते हैं तो आपको कैसा लगेगा. क्यूंकि ये एक बहुत ही अच्छा Option है Web Designing सीखने के लिए लेकिन उससे पहले आपको ये जानना होगा की ये Web Designing क्या होता है?


Web Designing क्या है ?


आज की इस आधुनिक दुनिया में Internet पर वेबसाइट बनाना एक घर बनाने जैसा है, जैसे हम घर बनाने के लिए पहले जमीन खरीदते हैं उसी तरह वेबसाइट बनाने के लिए पहले हम Hosting खरीदते हैं जिसके ऊपर हमारी वेबसाइट बनती है उसके बाद में हम वेबसाइट का डिजाइन तैयार करते हैं जैसे कि किसी घर का नक्शा तैयार करते हैं और उस नक़्शे को देखते हुए हम पूरा घर बनाते हैं वैसे ही वेबसाइट का डिजाइन को देखते हुए एक पूरी वेबसाइट तैयार होती है और इसे ही वेब डिजाइनिंग कहते हैं.

Web Design के दो भाग होते हैं जैसा की मैंने बताया पहले डिजाइन तैयार होता है, जिसे हम Frontend Design कहते  हैं और फिर उस डिजाइन को देख कर Coding की मदद से पूरी वेबसाइट बनाए जाएगी इस कोडिंग को Backend Designing कहते है तो यह दोनों अलग अलग तरह से होते हैं। 

जैसा कि नाम से ही पता लग रहा है की Frontend designing सामने की डिजाइनिंग करने से होता है। जैसा कि हम घर के बाहर कलर करके इसे सुंदर बनाते हैं, उसी तरह Frontend designing का काम होता है। इसमें यह ध्यान रखा जाता है कि कौन सी चीजें कहां पर रखी जाए, कितनी दुरी पे राखी जाये किस प्रकार से रखी जाये जिससे कि आने वाले यूजर को कंटेंट ढूंढने में ज्यादा परेशानी ना हो। आपने कोई फूल का पौधा देखा होगा जिसमें फूल सुंदरता को दर्शाता है। इसी फूल को हम Frontend designing मान सकते हैं और जो नीचे का जो तना है,  उसको हम Backend Designing मान सकते हैं। आप Backend Designing को किसी भी वेबसाइट की नींव की तरह मान सकते हैं। यह डिजाइनिंग यूजर को दिखाई नहीं देती है, लेकिन वेबसाइट बनाने में इसका सबसे बड़ा हाथ होता है। 

(जब हम किसी भी Website को खोलते है तो हमारे सामने जो भी बना आता है वो सब Front End designer का काम होता है। Front End Web Designing से हमारा मकसद सिर्फ website को सुन्‍दर बनाना ही नही होता, web designing के द्वारा हमें ये भी ध्‍यान रखना होता है कि कौन सी चीज कहॉं जुडे जिससे हमारी website पर आने वाले visitor को कोई दिक्‍कत ना हो।)

अगर हम इसे एक Car से compare करे तो Front End designer का काम गाड़ी को सुन्‍दर बनाना है, गाड़ी के engine से उसका कोई मतलब नही है, गाड़ी के अन्‍दर की बैटरी Engine वो सब Back End Developer का काम है।


कैसे सीखे Web Designing:- 


सर्वप्रथम आपको HTML (Hypertext Markup Language) सीखने की जरूरत है। जिससे आप किसी भी वेबसाइट का ढांचा बना सकते हैं। यह एक कंप्यूटर लैंग्वेज है जोकि कोड के दवारा वेबसाइट का डिजाइन करती है। HTML सीखने के बाद आप CSS (Cascading Style Sheet) सीखने की कोशिश करें। HTML हमारी वेबसाइट को ढांचा बनाने का काम करती है और CSS हमारे उसी ढांचे को डिजाइन में तब्दील करने का काम करती है। 

Comments

  1. बहुत अच्छा ब्लॉग है, इससे सामान्य रूप से वेब डिजाइनिंग के बारे में पता चलता है। आपके और ब्लॉग के बारे में उत्सुक हूं।

    ReplyDelete
  2. Thanks for giving such a nice understanding in a very easy word . It is help full for the freshers who is going to start career in this field but dont know what is it. Keep posting.

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

Service Portal -Why the Widget specific CSS styles are not being applied in Service Portal?

What are wireframe tools and what is the purpose of wireframing?